सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की नई कैशलेस उपचार योजना
भारत में सड़क दुर्घनाओं से प्रभावित व्यक्तियों के लिए कैशलेस उपचार योजना की शुरुआत की गई है। यह योजना दुर्घटनाओं के शिकार लोगों को बिना किसी वित्तीय परेशानी के तत्काल उपचार देने का उद्देश्य रखती है, ताकि उनकी जान बचाई जा सके।
योजना का उद्देश्य:
सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले व्यक्तियों को त्वरित और मुफ्त इलाज उपलब्ध कराने के लिए यह योजना शुरू की गई है। यह योजना इस बात को सुनिश्चित करेगी कि दुर्घटना के बाद पीड़ित व्यक्ति को इलाज के लिए किसी प्रकार की आर्थिक चिंता न हो।
कैशलेस उपचार योजना की मुख्य विशेषताएँ:
1. आर्थिक सहायता:
o योजना के तहत, सड़क दुर्घटना के बाद 7 दिनों तक 15 लाख रुपये तक की इलाज की सहायता दी जाएगी, बशर्ते पुलिस को दुर्घटना की सूचना 24 घंटे के भीतर दी जाए।
o हिट एंड रन मामलों में मृतक के परिवार को 2 लाख रुपये तक की सहायता दी जाएगी।
2. कार्यान्वयन एजेंसी:
o यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) द्वारा लागू की जाएगी, जो पुलिस, अस्पतालों और राज्य स्वास्थ्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेगा।
o इलेक्ट्रॉनिक डिटेल्ड एक्सीडेंट रिपोर्ट (DAR) एप्लिकेशन के माध्यम से योजना के कार्यान्वयन में मदद की जाएगी।
3. कवरेज:
o इस योजना का सभी प्रकार की सड़क दुर्घटनाओं पर लागू होगी, चाहे दुर्घटना छोटी हो या बड़ी।
इस योजना की आवश्यकता क्यों है?
1. मृत्यु दर में कमी:
o पिछले वर्ष 1.8 लाख मौतें सड़क दुर्घटनाओं के कारण हुईं, और इनमें से 66% लोग 18 से 34 वर्ष के थे। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे हादसों से होने वाली मौतों को कम करना है।
2. गुड समेरिटन को प्रोत्साहन:
o गुड समेरिटन वे लोग होते हैं जो आपातकाल के दौरान बिना स्वार्थ के मदद करते हैं। यह योजना गुड समेरिटन को प्रोत्साहित करने का कार्य भी करेगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग दुर्घटना के शिकार व्यक्तियों की मदद के लिए आगे आएं।
3. गोल्डन ऑवर में उपचार:
o सड़क दुर्घटना के बाद का पहला घंटा (गोल्डन ऑवर) सबसे महत्वपूर्ण होता है। इस समय में उपचार से जीवन बचाने की संभावना बढ़ जाती है, और यह योजना उस समय उपचार की सुविधा प्रदान करेगी।
भारत में सड़क सुरक्षा से जुड़ी पहले की पहलें:
1. ब्लैक स्पॉट्स की पहचान:
o उन स्थानों की पहचान की गई है जहां सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं, जिन्हें ब्लैक स्पॉट्स कहा जाता है। इन स्थानों पर सुधार कार्य किया जा रहा है।
2. राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति (2010):
o सरकार ने सड़क सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति बनाई है, जिसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को कम करना है।
3. राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद:
o सड़क सुरक्षा की निगरानी और सुधार के लिए राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद का गठन किया गया है।
4. सड़क सुरक्षा ऑडिट और डेटा संग्रहण:
o सड़क सुरक्षा सुधारने के लिए सड़क सुरक्षा ऑडिट्स किए जाते हैं और दुर्घटनाओं के आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं, ताकि सही सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें।
यह योजना क्यों महत्वपूर्ण है?
यह योजना सड़क दुर्घटनाओं से पीड़ित लोगों को समय पर और मुफ्त इलाज देने के लिए बनाई गई है, जिससे उनकी जान बचाई जा सके। इसके अलावा, यह सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दुर्घटनाओं को कम करने में भी मदद करेगी।
इस योजना के तहत, सरकार दुर्घटनाओं में घायलों के इलाज को प्राथमिकता देती है और साथ ही सड़क सुरक्षा उपायों को भी मजबूत बनाती है, जिससे भविष्य में दुर्घटनाओं की संख्या घटाई जा सके।

