Daily inshorts (9th Jan 2025)

  • कौशलों का महत्व: भविष्य में कर्मचारियों को जो नए कौशल प्राप्त करने की आवश्यकता होगी, उनमें डिजिटल कौशल, डेटा विश्लेषण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, और क्लाउड कंप्यूटिंग शामिल होंगे। ऐसे में, संस्थान और संगठन इन कौशलों को विकसित करने के लिए अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे।
  • युवाओं के लिए अवसर: युवा लोग जिनके पास सही कौशल और प्रशिक्षण है, वे प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नौकरियों में अच्छे अवसर प्राप्त कर सकते हैं। जैसे कि डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, और डिजिटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्र।

  • स्ट्रेटेजिक इंटरवेंशन्स फॉर ग्रीन हाइड्रोजन ट्रांजिशन प्रोग्राम (SIGHT): इस कार्यक्रम के तहत भारत में ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास को समर्थन मिलेगा, जिसमें इलेक्ट्रोलाइज़र जैसे उपकरणों के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा।
  • हरित हाइड्रोजन हब्स का विकास: यह पहल भारत के विभिन्न हिस्सों में ग्रीन हाइड्रोजन हब्स बनाने के लिए किया जाएगा, जिससे स्थानीय उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखलाओं में सुधार हो सके।

  • महत्वपूर्ण विशेषताएँ:
    • सोनोबुय की सहायता से समुद्र के भीतर की ध्वनिक स्थितियों का विश्लेषण किया जाता है, जो पनडुब्बियों और अन्य समुद्री जहाजों की पहचान करने में मदद करता है।
    • यह प्रणाली सामान्यत: पानी की गहराई, तापमान और अन्य पर्यावरणीय कारकों का विश्लेषण करने में सक्षम होती है। यह डेटा समुद्र की गहराई में मौजूद वाहनों के कार्य और स्थिति का निर्धारण करने में मदद करता है।
    • पनडुब्बी के खिलाफ युद्ध के लिए, यह एक आवश्यक प्रणाली है।

  • उपयोग:
    • सौंदर्य प्रसाधन: सेलखड़ी का उपयोग विभिन्न सौंदर्य उत्पादों जैसे पाउडर और साबुन में किया जाता है।
    • फार्मास्यूटिकल्स: यह खनिज दवाओं में भी उपयोग होता है, विशेष रूप से उन दवाओं में जहां इसका उपयोग माध्यम के रूप में किया जाता है।
    • निर्माण और डिजाइन: काउंटरटॉप्स, सिंक, अंगीठी, मूर्तियों आदि के निर्माण में इसका प्रयोग किया जाता है। यह बहुत सधा हुआ और तापमान प्रतिरोधी होने के कारण इनका निर्माण आदर्श बनाता है।

  • तकनीकी प्रक्रिया:
    • इस तकनीक में, एक ही स्थान पर कई प्रकार के पेड़, झाड़ियाँ और पौधे एक साथ लगाए जाते हैं ताकि यह स्थल प्राकृतिक वनस्पतियों की तरह बढ़ सके।
    • यह एक तेजी से बढ़ने वाली तकनीक है, जो कम स्थान पर अधिक वृक्षारोपण संभव बनाती है, और यह क्षेत्रीय पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से विकसित करने में मदद करती है।

  • तकनीकी घटक:
    • एंटेना: यह रेडियो सिग्नल को ट्रांसमिट करता है और प्राप्त करता है।
    • बेसबैंड यूनिट्स (BBUs): यह डिजिटल सिग्नल को प्रोसेस करता है, और इस प्रक्रिया में डेटा को कनेक्टिविटी के लिए तैयार करता है।
    • RAN को अधिक उन्नत बनाने के लिए नेटवर्क पर कार्य करने वाले उपकरणों की सटीकता और प्रभावशीलता को बढ़ाया जा रहा है, खासकर 5G के विकास के साथ।

  • प्राकृतिक जल स्रोते: आर्टिजियन जल स्वयं पृथ्वी की सतह पर आते हुए, प्राकृतिक जल स्रोत्र (Spring) के रूप में प्रवाहित हो सकता है। यह जल प्राकृतिक दबाव के कारण बिना किसी बाहरी पंप के ऊपर आता है।
  • सिंचाई और जल आपूर्ति: इस प्रकार का जल खनन के बिना भी उपयोग किया जा सकता है, जो सिंचाई और अन्य कार्यों के लिए लाभकारी होता है। यह प्राकृतिक दबाव, खनिज धारा को नीचे से बाहर लाता है जो जलवायु के लिए लाभकारी होता है।

  • लाभार्थी वर्ग: इस योजना के तहत लाभार्थियों में मुख्य रूप से SC, ST और प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत आने वाले परिवारों को प्राथमिकता दी जाती है।
  • लक्ष्य: योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ खाना पकाने के लिए एलपीजी (LPG) कनेक्शंस उपलब्ध कराना है, जिससे प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याओं को कम किया जा सके।

  • भारत-मलेशिया सुरक्षा वार्ता:
    • भारत और मलेशिया के बीच आतंकवाद रोधी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए पहली बार सुरक्षा वार्ता आयोजित की गई है। इसमें दोनों देशों के सुरक्षा तंत्रों के बीच संवाद को और मजबूत किया जाएगा।
    • मलेशिया की स्थिति दक्षिण-पूर्व एशिया में अत्यंत महत्वपूर्ण है, और यह क्षेत्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

इन घटनाओं और मुद्दों से जुड़े तथ्यों से पता चलता है कि प्रौद्योगिकी, पर्यावरणीय बदलाव, ऊर्जा, और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर तेजी से बदलाव हो रहे हैं, और इनका असर आने वाले वर्षों में विशेष रूप से नौकरी के अवसरों, पर्यावरणीय सुधार, और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर पड़ेगा।