एशिया का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्र पुल: नया पंबन ब्रिज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अप्रैल 2025 को तमिलनाडु में एशिया के पहले वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्र पुल का उद्घाटन किया। यह नया पंबन ब्रिज, रामेश्वरम द्वीप को मुख्य भूमि के मंडपम से जोड़ता है।
🔧 पुल की विशेषताएं:
- लंबाई: 2.08 किलोमीटर
- निर्माण लागत: ₹535 करोड़
- गति सीमा: अधिकतम 75 किमी/घंटा (संभावित गति 160 किमी/घंटा तक)
- वर्टिकल लिफ्ट स्पैन: 72.5 मीटर लंबा, 63 मीटर तक उठ सकता है
- स्पैन की कुल संख्या: 99
- सेन्टर स्पैन की ऊँचाई: 17 मीटर तक 5 मिनट में उठ सकता है
- तकनीक: आधुनिक इलेक्ट्रोमैकेनिकल सिस्टम
🚢 समुद्री यातायात के लिए सुविधाजनक:
- पुल का बीच का हिस्सा (सेंटर स्पैन) जहाजों के गुजरने पर ऊपर उठता है, जिससे बड़े समुद्री जहाज भी आसानी से निकल सकते हैं।
- यह सुविधा पुराने कैंटिलीवर पुल की तुलना में अधिक प्रभावी और त्वरित है, जिसे खोलने में 14 लोगों की आवश्यकता होती थी।
🏗️ निर्माण और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
- पुराने पंबन ब्रिज का निर्माण वर्ष 1914 में हुआ था और यह 100 वर्षों से अधिक समय तक कार्यशील रहा।
- नए पुल की स्थापना शिलान्यास वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ही किया गया था।
- नया ब्रिज पुराने पुल से 3 मीटर ऊँचा है और इसकी अनुमानित आयु भी 100 वर्ष तक मानी जा रही है।
🌍 अंतरराष्ट्रीय मानकों की तकनीकी समानता:
- यह पुल तकनीकी दृष्टि से विश्व के प्रसिद्ध पुलों जैसे:
- गोल्डन गेट ब्रिज (अमेरिका)
- टॉवर ब्रिज (लंदन)
- ओरेसुंड ब्रिज (डेनमार्क-स्वीडन)
के समकक्ष माना जा रहा है।
🔚 निष्कर्ष:
नया वर्टिकल लिफ्ट पंबन ब्रिज भारत की आधुनिक रेलवे संरचना, तकनीकी नवाचार और समुद्री-सड़क संपर्क के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह न केवल रेलवे यातायात को गति देगा, बल्कि पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।