📡 AIBD: एशिया-प्रशांत क्षेत्र में मीडिया सहयोग और विकास की धुरी
✍️ लेखक: [Anmol tiwari]
📅 प्रकाशन तिथि: 23 अगस्त 2025
🔍 परिचय
तेजी से बदलते वैश्विक मीडिया परिदृश्य में, एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान (Asia-Pacific Institute for Broadcasting Development – AIBD) एक ऐसा मंच है जो क्षेत्रीय मीडिया संगठनों के बीच सहयोग, क्षमता निर्माण और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देता है। यह संस्थान यूनेस्को के तत्वावधान में स्थापित एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसका उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सतत और समावेशी विकास को सुनिश्चित करना है।
हाल ही में भारत को AIBD के कार्यकारी बोर्ड (Executive Board) का अध्यक्ष चुना गया है, जो न केवल भारत की वैश्विक मीडिया नेतृत्व की पुष्टि करता है, बल्कि AIBD में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित करता है।
🗓️ AIBD की स्थापना और उद्देश्य
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📅 स्थापना वर्ष: 1977
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🏢 स्थापनाकर्ता: यूनेस्को (UNESCO) के तत्वावधान में
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🌐 प्रकृति: विशेष क्षेत्रीय अंतर-सरकारी संगठन
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📍 मुख्यालय (सचिवालय): कुआलालंपुर, मलेशिया
🎯 मुख्य उद्देश्य:
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एशिया-प्रशांत क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का विकास
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प्रसारण संगठनों के बीच सहयोग और ज्ञान साझा करना
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प्रशिक्षण, अनुसंधान, नीति निर्माण और तकनीकी सहायता प्रदान करना
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लोकतांत्रिक मूल्यों, सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) और संस्कृति को बढ़ावा देना
🌏 AIBD के सदस्य और भागीदारी
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🌐 सदस्य देश: 45
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🏢 सदस्य संगठन: 92
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🇮🇳 भारत: AIBD का संस्थापक सदस्य, और एक प्रमुख भागीदार
🤝 AIBD की सदस्यता में कौन शामिल हैं?
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राष्ट्रीय प्रसारण संगठन (जैसे: दूरदर्शन, प्रसार भारती)
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क्षेत्रीय मीडिया एजेंसियाँ
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प्रशिक्षण संस्थान और शैक्षणिक संस्थाएँ
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सरकारी सूचना मंत्रालय
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स्वतंत्र मीडिया निकाय
🏆 भारत की भूमिका और हालिया उपलब्धि
📌 भारत को कार्यकारी बोर्ड अध्यक्ष चुना गया:
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अवसर: 23वाँ AIBD महासम्मेलन
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स्थान: थाईलैंड
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निर्णय: सर्वसम्मति से भारत को कार्यकारी बोर्ड (Executive Board) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया
🇮🇳 भारत की प्रमुख भूमिका:
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तकनीकी सहयोग: ब्रॉडकास्टिंग तकनीक, डिजिटल ट्रांजिशन
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प्रशिक्षण और कार्यशालाएँ: पत्रकारिता, मीडिया नीति, AI इन मीडिया
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विकासशील देशों को सहायता: दक्षता निर्माण और नीति समर्थन
👉 भारत ने AIBD के माध्यम से सार्क देशों, दक्षिण-पूर्व एशिया, और अफ्रीकी राष्ट्रों के साथ प्रसारण तकनीक और मीडिया विकास में गहरा सहयोग किया है।
📺 AIBD के प्रमुख कार्य और पहलें
| पहल / कार्यक्रम | विवरण |
|---|---|
| 🎓 प्रशिक्षण कार्यक्रम | पत्रकारिता, प्रसारण तकनीक, मीडिया नैतिकता |
| 💻 डिजिटल मीडिया समर्थन | OTT, सोशल मीडिया रणनीति, कंटेंट मॉडरेशन |
| 🌿 SDGs मीडिया अभियान | पर्यावरण, लैंगिक समानता, शिक्षा जैसे विषयों पर कार्यक्रम |
| 🤖 AI और मीडिया | आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ मीडिया प्रबंधन |
| 🏛️ नीति निर्माण में सहयोग | सदस्य देशों की मीडिया नीति पर परामर्श और समर्थन |
🌐 AIBD का क्षेत्रीय महत्व
🌍 एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए क्यों ज़रूरी है AIBD?
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क्षेत्र में मीडिया विकास की असमानता को कम करता है
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स्थानीय भाषाओं और संस्कृतियों को बढ़ावा देता है
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नवाचार और तकनीकी विकास को साझा मंच प्रदान करता है
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फर्जी समाचार (Fake News) और सूचना युद्ध जैसे मुद्दों पर रणनीति बनाता है
📈 भविष्य की दिशा: भारत के नेतृत्व में AIBD
भारत के नेतृत्व में AIBD के लिए संभावनाएँ कई हैं:
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🌐 डिजिटल लोकतंत्र का विस्तार
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📡 5G और उन्नत प्रसारण तकनीक पर सहयोग
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📚 शैक्षणिक कंटेंट का क्षेत्रीयकरण
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🔍 मीडिया साक्षरता (Media Literacy) अभियान
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🤝 वैश्विक मीडिया संवाद में दक्षिण की आवाज को मज़बूत करना
📝 निष्कर्ष: AIBD – सहयोग, समन्वय और सशक्तिकरण का मंच
**AIBD न केवल एक तकनीकी या प्रशासनिक संगठन है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जो एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को मीडिया के माध्यम से एकजुट करता है। भारत का AIBD के कार्यकारी बोर्ड का अध्यक्ष चुना जाना न केवल राष्ट्रीय गर्व की बात है, बल्कि यह भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ और वैश्विक नेतृत्व क्षमता को भी दर्शाता है।
👉 भविष्य में AIBD भारत और अन्य सदस्य देशों के लिए मीडिया सशक्तिकरण, लोकतांत्रिक संवाद, और तकनीकी नवाचार का प्रमुख केंद्र बनेगा।
📚 संदर्भ और स्रोत:
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AIBD आधिकारिक वेबसाइट
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यूनेस्को मीडिया विकास रिपोर्ट
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भारत सरकार – सूचना और प्रसारण मंत्रालय
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थाईलैंड में आयोजित 23वाँ AIBD महासम्मेलन विवरण