- दाओजली हेडिंग (Daojali Hading)
दाओजाली हेडिंग स्थल पर पाई गई भट्ठी और लौह धातुमल, नवपाषाण युग की प्रारंभिक धातुकर्म प्रथाओं की ओर संकेत करते हैं।
- स्थान: दीमा हसाओ जिला, असम (ब्रह्मपुत्र घाटी के निकट)।
- ऐतिहासिक महत्व: भारत में नवपाषाण काल (लगभग 6000 ईसा पूर्व से 1000 ईसा पूर्व) के प्रमुख पुरातात्विक स्थलों में से एक।
- प्रमुख खोज (Key Findings):
- दोहरे कंधे वाले सेल्ट्स (पत्थर के औजार)।
- डोरी-चिह्नित मिट्टी के बर्तन (पूर्वी एशियाई नवपाषाण संस्कृति से समानता)।
- भट्ठी (फर्नेस) और लौह धातुमल – प्रारंभिक धातुकर्म के संकेत।
- दाओजली हेडिंग की विशिष्ट खोजें (Specific Discoveries of Daojali Hading):
- लौह धातुमल (Iron Slag): यह सुझाव देता है कि यहाँ के निवासी लोहे को गलाने और उपकरण बनाने की तकनीक जानते थे।
- भट्ठी (Furnace): धातु पिघलाने के लिए उपयोग की जाने वाली संरचना, जो नवपाषाण काल में धातुकर्म की उन्नत समझ को दर्शाती है।
- पूर्वी एशियाई समानताएँ: डोरी चिह्नित मिट्टी के बर्तन चीन और दक्षिणपूर्व एशिया के नवपाषाण स्थलों से मिलते-जुलते हैं, जो प्राचीन सांस्कृतिक संपर्कों का संकेत देते हैं।