पूर्ण चंद्र ग्रहण (ब्लड मून): लाल चाँद का अद्भुत दृश्य
7 और 8 सितंबर को पूरी दुनिया ने पूर्ण चंद्र ग्रहण का अद्भुत नज़ारा देखा। इस खगोलीय घटना के दौरान चाँद लाल रंग का दिखाई दिया, जिसे आमतौर पर ब्लड मून (Blood Moon) कहा जाता है।
चंद्र ग्रहण कैसे होता है?
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ग्रहण तब होता है, जब कोई ग्रह या उपग्रह सूर्य के प्रकाश के मार्ग में आ जाता है।
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चंद्र ग्रहण तब घटित होता है जब:
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पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच सीधी रेखा में आ जाती है।
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चंद्रमा, पृथ्वी की छाया (Shadow) में प्रवेश कर जाता है।
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पूर्ण चंद्र ग्रहण क्या है?
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जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छाया के सबसे गहरे हिस्से प्रच्छाया (Umbra) में चला जाता है, तो इसे पूर्ण चंद्र ग्रहण कहते हैं।
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इस स्थिति में चंद्रमा पूरी तरह अंधकारमय न होकर लाल रंग का दिखाई देता है।
चाँद लाल क्यों दिखता है?
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पृथ्वी का वायुमंडल सूर्य की रोशनी को विकिरण (Scattering) करता है।
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छोटी तरंग दैर्ध्य (नीली रोशनी) वायुमंडल में बिखर जाती है।
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केवल लाल और नारंगी तरंगें पृथ्वी के वातावरण से गुजरकर चंद्रमा तक पहुँचती हैं।
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यही कारण है कि ग्रहण के दौरान चाँद लाल रंग का दिखाई देता है और इसे ब्लड मून कहा जाता है।
रोचक तथ्य
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पूर्ण चंद्र ग्रहण किसी विशेष स्थान पर अक्सर नहीं दिखाई देता, लेकिन हर साल दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में 1 से 3 बार चंद्र ग्रहण हो सकता है।
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ब्लड मून का उल्लेख कई संस्कृतियों और परंपराओं में शुभ-अशुभ संकेत के रूप में भी मिलता है।
निष्कर्ष
पूर्ण चंद्र ग्रहण (ब्लड मून) न केवल खगोल विज्ञान की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक आकर्षक प्राकृतिक घटना भी है। यह हमें याद दिलाता है कि पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा का अद्भुत सामंजस्य किस प्रकार आकाश में अनोखे दृश्य रचता है।