सुर्ख़ियों में रहे अभ्यास : ज़ापाड-2025
भारत ने हाल ही में रूस और बेलारूस द्वारा आयोजित संयुक्त सैन्य अभ्यास ज़ापाड-2025 में हिस्सा लिया। यह अभ्यास रूस में आयोजित किया गया और इसमें कई देशों ने भागीदारी की।
🔹 ज़ापाड अभ्यास के बारे में
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शुरुआत : 1999 में
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आयोजन : बड़े पैमाने पर बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास
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आवृत्ति : 2009 से हर चार साल पर आयोजित
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उद्देश्य :
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बाहरी खतरों के खिलाफ रक्षा क्षमता का आकलन
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सैन्य समन्वय और तैयारी को मजबूत करना
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🔹 प्रमुख विशेषताएँ
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इसमें परमाणु-सक्षम हथियारों के साथ प्रशिक्षण किया जाता है।
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रूस की हाइपरसोनिक जिरकॉन मिसाइल भी अभ्यास का हिस्सा रही है।
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इसे रूस अपने पश्चिमी मोर्चे (Western Front) की सुरक्षा और NATO की गतिविधियों के जवाब के रूप में देखता है।
🌍 भारत की भागीदारी
भारत की उपस्थिति यह दर्शाती है कि वह रूस के साथ रक्षा सहयोग और बहुपक्षीय सैन्य साझेदारी को महत्व देता है। यह अभ्यास भारत को रणनीतिक संतुलन बनाए रखने में भी मदद करता है।