राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की 7वीं बैठक: प्रमुख निर्णय

📌 प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) की 7वीं बैठक आयोजित हुई।
📌 मानव-वन्यजीव संघर्ष से निपटने के लिए तकनीकी समाधान और संस्थागत सहयोग पर बल।
📌 AI, रिमोट सेंसिंग जैसी तकनीकों का उपयोग बढ़ाने पर जोर।


🔹 बैठक के प्रमुख निर्णय

1️⃣ पहली नदी डॉल्फिन अनुमान रिपोर्ट जारी
✅ देश में कुल 6,327 नदी डॉल्फिन का अनुमान।
राज्यवार वितरण:

  • उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम में सबसे अधिक।

2️⃣ वन्यजीव स्वास्थ्य एवं रोग प्रबंधन केंद्र
जूनागढ़ में राष्ट्रीय रेफरल केंद्र की आधारशिला रखी गई।

3️⃣ मानव-वन्यजीव संघर्ष समाधान
कोयंबटूर (SACON) में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा।

4️⃣ एशियाई शेरों की जनगणना 2025
16वें एशियाई शेर आकलन की घोषणा (पिछला आकलन 2020 में हुआ था)।

5️⃣ चीता पुनर्वास परियोजना का विस्तार
मध्य प्रदेश (गांधी सागर अभयारण्य) और गुजरात (बत्री घास के मैदान) में चीतों को पुनः बसाने की योजना।

6️⃣ घड़ियाल संरक्षण परियोजना
घड़ियालों की घटती आबादी को संरक्षित करने के लिए नई परियोजना।

7️⃣ ग्रेट इंडियन बस्टर्ड संरक्षण
✅ इस दुर्लभ पक्षी के संरक्षण के प्रयासों की सराहना।

8️⃣ वर्दा वन्यजीव अभयारण्य में एशियाई शेर संरक्षण
हिरण जैसी शिकार प्रजातियों की संख्या बढ़ाने और पर्यावास सुधार पर ध्यान।


🔹 राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) के बारे में

📌 स्थापना: वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत।
📌 अध्यक्ष: प्रधानमंत्री
📌 उपाध्यक्ष: पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री।
📌 सदस्य सचिव: अतिरिक्त वन महानिदेशक (वन्यजीव) और निदेशक, वन्यजीव संरक्षण।