साथ ही खबरों में: युद्ध अभ्यास 2025
भारतीय थल सेना की एक टुकड़ी इन दिनों युद्ध अभ्यास 2025 के 21वें संस्करण में भाग ले रही है। यह भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच आयोजित होने वाला एक महत्वपूर्ण संयुक्त सैन्य अभ्यास है।
युद्ध अभ्यास: परिचय
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शुरुआत: वर्ष 2004
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आयोजन: प्रतिवर्ष भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच
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स्वरूप: दोनों देशों की सेनाओं के बीच संयुक्त प्रशिक्षण और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना।
इस वर्ष (2025) की खासियत
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मुख्य ध्यान संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों (UN Peacekeeping Operations) के लिए तैयारी बढ़ाने पर है।
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इसके साथ ही सेनाओं को बहु-क्षेत्रीय चुनौतियों जैसे आतंकवाद, प्राकृतिक आपदाएँ और साइबर सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
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अभ्यास के दौरान दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे की रणनीतियों, तकनीकों और युद्धक क्षमताओं को साझा करेंगे।
महत्व
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भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करना
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सैन्य अभ्यास से द्विपक्षीय रक्षा सहयोग गहरा होता है।
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साझा संचालन क्षमता (Interoperability)
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दोनों देशों की सेनाएँ मिलकर किसी भी वैश्विक चुनौती का सामना करने के लिए तैयार होती हैं।
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वैश्विक शांति और सुरक्षा में योगदान
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संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में सहयोग के जरिए यह अभ्यास वैश्विक स्तर पर भी मायने रखता है।
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निष्कर्ष
“युद्ध अभ्यास” केवल एक सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक भी है। 2025 का यह संस्करण सेनाओं को और अधिक सक्षम, लचीला और सहयोगी बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।