📅 तारीख: 5 मार्च, 2025
🗣 क्या कहा यूरोपीय आयुक्त एंड्रियस कुबिलियस ने?
EU भारत को उत्पादन और क्षमता विस्तार का प्रमुख केंद्र मानता है और इसे स्मार्ट विनियमन का मॉडल कहता है।
🔑 मुख्य बिंदु
✅ रणनीतिक साझेदारी 🤝
- सुरक्षा और रक्षा पर नई रणनीतिक वार्ताएँ शुरू होंगी।
- मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता जारी।
✅ तेजी से बढ़ता भारतीय विनियमन 🚀
- यूरोप में जहां कारखाना बनाने में 4 साल लगते हैं, भारत में सिर्फ 12 महीने लगते हैं!
✅ रक्षा क्षेत्र में सहयोग 🛡️
- नई रक्षा नीतियों और कार्यक्रमों पर चर्चा।
- भारत को यूरोपीय रक्षा उद्योग के लिए महत्वपूर्ण साझेदार माना जा रहा है।
✅ भूराजनीतिक चिंताएँ 🌍
- रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन और उत्तर कोरिया की बढ़ती गतिविधियाँ वैश्विक सुरक्षा के लिए चुनौती।
- इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता के लिए भारत और EU का सहयोग ज़रूरी।
✅ इंडो-पैसिफिक में भारत की भूमिका 🌏
- भारत को EU के आर्थिक और सुरक्षा हितों के लिए अहम भागीदार माना गया।
🔍 निष्कर्ष
📢 भारत तेज़ विकास, कुशल विनियमन और रणनीतिक स्थिति के कारण यूरोपीय निवेश और रक्षा सहयोग के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है! 🚀🇮🇳
