दाओजली हेडिंग

  1. दाओजली हेडिंग (Daojali Hading)

दाओजाली हेडिंग स्थल पर पाई गई भट्ठी और लौह धातुमल, नवपाषाण युग की प्रारंभिक धातुकर्म प्रथाओं की ओर संकेत करते हैं।

  • स्थान: दीमा हसाओ जिला, असम (ब्रह्मपुत्र घाटी के निकट)।
  • ऐतिहासिक महत्व: भारत में नवपाषाण काल (लगभग 6000 ईसा पूर्व से 1000 ईसा पूर्व) के प्रमुख पुरातात्विक स्थलों में से एक।
  • प्रमुख खोज (Key Findings):
    • दोहरे कंधे वाले सेल्ट्स (पत्थर के औजार)।
    • डोरी-चिह्नित मिट्टी के बर्तन (पूर्वी एशियाई नवपाषाण संस्कृति से समानता)।
    • भट्ठी (फर्नेस) और लौह धातुमल – प्रारंभिक धातुकर्म के संकेत।
  • दाओजली हेडिंग की विशिष्ट खोजें (Specific Discoveries of Daojali Hading):
    • लौह धातुमल (Iron Slag): यह सुझाव देता है कि यहाँ के निवासी लोहे को गलाने और उपकरण बनाने की तकनीक जानते थे।
    • भट्ठी (Furnace): धातु पिघलाने के लिए उपयोग की जाने वाली संरचना, जो नवपाषाण काल में धातुकर्म की उन्नत समझ को दर्शाती है।
    • पूर्वी एशियाई समानताएँ: डोरी चिह्नित मिट्टी के बर्तन चीन और दक्षिणपूर्व एशिया के नवपाषाण स्थलों से मिलते-जुलते हैं, जो प्राचीन सांस्कृतिक संपर्कों का संकेत देते हैं।