मेलूर में पांड्य काल के 800 वर्ष पुराने शिव मंदिर की खोज

  1. मेलूर में पांड्य काल के 800 वर्ष पुराने शिव मंदिर की खोज (Discovery of 800-year-old Shiva temple from Pandya period in Melur)

तमिलनाडु के मेलूर में पांड्य काल के 800 वर्ष पुराने शिव मंदिर के साथ दो शिलालेख भी खोजे गए।

शिलालेखों के बारे में (About the Inscriptions)

  • तिथि: 1217-1218 ईस्वी
  • काल: मारवर्मन सुन्दर पाण्ड्य प्रथम के शासनकाल के दौरान
  • मारवर्मन सुन्दर पाण्ड्य प्रथम ने 1216 ईस्वी में गद्दी संभाली और चोल साम्राज्य पर आक्रमण किया।
  • उन्होंने कलियुगरमण, आदिसयापंडियदेवन और सोनादुगोंडन (चोल देश का विजेता) की उपाधियाँ प्राप्त कीं।

मुख्य निष्कर्ष (Key Findings)

  • यह शिलालेख नागनकुडी नामक जलाशय के विक्रय विलेख के रूप में है, जिसे 64 कासू (सिक्कों) में बेचा गया था।
  • इसमें मंदिर का नाम ‘तेन्नावनीश्वरम’ बताया गया है।
  • ‘तेन्नवन’ पांड्यों द्वारा प्रयुक्त एक उपाधि थी।
  • इस शिलालेख से यह भी पता चलता है कि उदमपट्टी का प्राचीन नाम अत्तूर था।