🌊 देश की पहली नदी डॉल्फिन गणना रिपोर्ट 2025
🦈 प्रधानमंत्री मोदी ने रिपोर्ट जारी की
- 3 मार्च, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गिर नेशनल पार्क में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की 7वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए देश की पहली नदी डॉल्फिन गणना रिपोर्ट जारी की।
🐬 नदी डॉल्फिन की कुल संख्या
- भारत में कुल 6,327 नदी डॉल्फिन पाई गई हैं।
- 6,324 गंगा नदी डॉल्फिन
- 3 सिंधु नदी डॉल्फिन
📊 गणना प्रक्रिया और क्षेत्र
- यह गणना 8 राज्यों की 28 नदियों में की गई।
- गणना में 3,150 कार्य-दिनों में 8,500 किलोमीटर की दूरी तय की गई।
📍 गणना के परिणाम:
- उत्तर प्रदेश: 2,397 डॉल्फिन
- विहार: 2,220 डॉल्फिन
- पश्चिम बंगाल: 815 डॉल्फिन
- असम: 635 डॉल्फिन
- झारखंड: 162 डॉल्फिन
- राजस्थान और मध्य प्रदेश: 95 डॉल्फिन
- पंजाब: 3 डॉल्फिन
🛶 नदी और डॉल्फिन वितरण
- गंगा की मुख्य धारा: 3,275 डॉल्फिन
- गंगा की सहायक नदियां: 2,414 डॉल्फिन
- ब्रह्मपुत्र की मुख्यधारा: 584 डॉल्फिन
- ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियां: 51 डॉल्फिन
- व्यास नदी: 4 डॉल्फिन
🌳 वन्यजीव संरक्षण के लिए उठाए गए कदम
🦁 वन्यजीव संरक्षण योजनाओं पर चर्चा
- टाइगर प्रोजेक्ट, हाथी संरक्षण प्रोजेक्ट, स्नो लेपर्ड प्रोजेक्ट और एशियाई शेरों के संरक्षण की योजनाओं पर विचार किया गया।
🌍 अंतरराष्ट्रीय सहयोग
- अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट्स एलायंस की स्थापना पर चर्चा।
- डॉल्फिन संरक्षण में स्थानीय समुदायों की भागीदारी पर जोर दिया गया।
🚀 नई योजनाओं की घोषणा
🏥 राष्ट्रीय वन्यजीव रेफरल केंद्र
- प्रधानमंत्री मोदी ने जूनागढ़ में राष्ट्रीय वन्यजीव रेफरल केंद्र की आधारशिला रखी।
- यह केंद्र वन्यजीवों के स्वास्थ्य और बीमारी प्रबंधन के लिए एक प्रमुख हब होगा।
🦁 एशियाई शेरों की जनगणना
- 2025 में एशियाई शेरों की 16वीं जनगणना शुरू करने की घोषणा की गई।
🐆 चीतों और बाघों के संरक्षण
- गांधी सागर अभयारण्य (मध्य प्रदेश) और बन्नी घास के मैदान (गुजरात) में चीतों को बसाने की योजना।
- ‘प्रोजेक्ट घड़ियाल’ के तहत घड़ियालों के संरक्षण के प्रयासों को बढ़ाने का निर्णय।
🦏 वन्यजीव-मानव संघर्ष और तकनीकी उपाय
⚖️ वन्यजीव-मानव संघर्ष केंद्र
- कोयंबटूर स्थित सलीम अली सेंटर फॉर ऑर्निथोलॉजी एंड नेचुरल हिस्ट्री (SACON) में एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा।
- यह केंद्र वन्यजीव निगरानी और संघर्ष प्रबंधन में राज्यों को मदद करेगा।
💻 आधुनिक तकनीकों का उपयोग
- वन्यजीव संरक्षण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), रिमोट सेंसिंग और जियोस्पेशियल मैपिंग जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
🦉 ग्रेट इंडियन बस्टर्ड संरक्षण
- ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (गोदावण) संरक्षण के लिए एक राष्ट्रीय कार्ययोजना भी लॉन्च की गई।