🌍 आईबीसीए फ्रेमवर्क समझौता लागू
📅 23 जनवरी, 2025: समझौते का लागू होना
- 23 जनवरी, 2025 को अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस (आई.बी.सी.ए.) का फ्रेमवर्क समझौता आधिकारिक तौर पर लागू हो गया।
- आई.बी.सी.ए. और इसका सचिवालय अब एक पूर्ण विकसित, संधि-आधारित, अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन और कानूनी इकाई बन गया है।
🤝 पाँच देशों द्वारा स्वीकृति
- पांच देशों ने इस फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किए और इसे स्वीकृत किया: निकारागुआ, इस्वातिनी, भारत, सोमालिया और लाइबेरिया।
- इससे आई.बी.सी.ए. को पूर्ण अंतर्राष्ट्रीय कानूनी दर्जा प्राप्त हुआ।
🌱 सदस्य देशों और साझेदार संगठन
- अब तक 27 देशों ने आई.बी.सी.ए. में शामिल होने की सहमति दी है, जिनमें भारत भी शामिल है।
- कई अंतर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय संगठन, जो वन्यजीव संरक्षण में कार्यरत हैं, ने भी आई.बी.सी.ए. के साथ साझेदारी की है।
🦁 आई.बी.सी.ए. का उद्देश्य
- आई.बी.सी.ए. का मुख्य उद्देश्य बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, चीता, जगुआर, और प्यूमा जैसी प्रमुख बिल्ली प्रजातियों के संरक्षण पर केंद्रित है।
- यह संधि देशों को इन प्रजातियों के संरक्षण के लिए सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए काम करेगा।
🗓️ आई.बी.सी.ए. की शुरुआत
- 9 अप्रैल, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रोजेक्ट टाइगर की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर आई.बी.सी.ए. की शुरुआत की गई थी।
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29 फरवरी, 2024 को आई.बी.सी.ए. की स्थापना को मंजूरी दी थी, जिसका मुख्यालय भारत में स्थित होगा।