भारत का पहला सफेद बाघ प्रजनन केंद्र – रीवा, मध्य प्रदेश
जनवरी 2025 में, केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) ने मध्य प्रदेश के रीवा जिले में भारत के पहले सफेद बाघ प्रजनन केंद्र को मंजूरी दी। यह केंद्र गोविंदगढ़ में स्थापित किया जाएगा, जो मुकुंदपुर सफेद बाघ सफारी के पास स्थित है।
इतिहास:
रीवा को “सफेद बाघों की भूमि” कहा जाता है, क्योंकि यहां 1951 में महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव ने ‘मोहन‘ नामक अंतिम ज्ञात जंगली सफेद बाघ की खोज की थी।
उद्देश्य:
यह प्रजनन केंद्र जैव विविधता संरक्षण और सफेद बाघों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। साथ ही, यह वन्यजीव पर्यटन और स्थानीय रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगा।
महत्व:
यह परियोजना मध्य प्रदेश के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों का हिस्सा है और राज्य को ‘टाइगर स्टेट‘, ‘लेपर्ड स्टेट‘, और ‘चीता स्टेट‘ के रूप में प्रतिष्ठित करती है।