विरूपाक्ष मंदिर (Virupaksha Temple)
📰 समाचारों में क्यों?
हाल ही में हंपी स्थित प्रसिद्ध विरूपाक्ष मंदिर का एक मंडप जिसे ‘सालू मंटप’ कहा जाता है, भीषण वर्षा के कारण ध्वस्त हो गया है। यह घटना भारत की सांस्कृतिक धरोहर की संरक्षण व्यवस्था पर भी प्रश्न उठाती है।
🛕 विरूपाक्ष मंदिर: एक परिचय
- यह मंदिर भगवान विरूपाक्ष (शिव का एक रूप) को समर्पित है, जिन्हें पंपापति भी कहा जाता है। उनकी पत्नी पंपादेवी, स्थानीय देवी मानी जाती हैं।
- मंदिर स्थित है हंपी (कर्नाटक) में, जो कभी विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी (14वीं से 16वीं शताब्दी)।
- यह मंदिर UNESCO विश्व धरोहर स्थल के रूप में चिन्हित हंपी के स्मारक समूह का हिस्सा है।
- यह मंदिर द्रविड़ शैली की मंदिर वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें भव्य गोपुरम, विमान, जटिल नक्काशियाँ, और स्तंभयुक्त मंडप प्रमुख हैं।
🏛️ इतिहास और निर्माण
- मंदिर की प्रारंभिक संरचना के प्रारंभिक प्रमाण 740 ईस्वी के हैं, जब चालुक्य रानी लोकमहादेवी ने इसे दक्षिण के राजाओं पर अपने पति की विजय के उपलक्ष्य में बनवाया।
- पल्लव, चालुक्य, होयसल और चोल वंशों ने इस मंदिर के निर्माण और विकास में योगदान दिया।
- परंतु, विजयनगर साम्राज्य के संगम वंशीय शासकों ने इसे एक प्रमुख धार्मिक केंद्र में परिवर्तित कर दिया।
- तुलुव वंश ने मंदिर को और अधिक विस्तृत किया।
○ कृष्णदेव राय (1509–1529 ई.) ने मुख्य मंदिर के सामने एक भव्य मंडप और पूर्वी गोपुरम का निर्माण करवाया।
🎨 द्रविड़ मंदिर वास्तुकला की विशेषताएँ
विशेषता | विवरण |
गर्भगृह (Garbhagriha) | मंदिर का सबसे प्राचीन भाग, छोटा विमान |
गोपुरम (Gopuram) | ऊँचा और भव्य द्वार-टॉवर जो मंदिर परिसर में प्रवेशद्वार है |
विमान (Vimana) | मंदिर का मुख्य शिखर जो सीढ़ीनुमा पिरामिड शैली में ऊपर उठता है |
मंडप (Mandapa) | पूजा, संगीत और नृत्य के लिए उपयोग में आने वाला सभामंडप |
द्वारपाल (Dvarapala) | मंदिर द्वार पर स्थित रक्षक मूर्तियाँ |
कुंड/जलाशय (Tank) | मंदिर परिसर में जल स्रोत या सरोवर |
🛕 भारत में मंदिर वास्तुकला के अन्य प्रमुख प्रकार
1. नागर शैली (उत्तर भारत)
- सीधी चढ़ाई वाली शिखर (Curvilinear Shikhara)
- पंचायतन शैली (मुख्य मंदिर के चार कोनों पर चार छोटे मंदिर)
- कोई जलाशय नहीं होता
- उदाहरण: सूर्य मंदिर (मोडेरा), सोमनाथ मंदिर
2. वेसर शैली (संकरित)
- द्रविड़ और नागर शैली का मिश्रण
- आम्बुलेटरी (परिक्रमा पथ) का अभाव
- संरक्षणकर्ता: चालुक्य, राष्ट्रकूट, होयसल
- उदाहरण: लाड खान मंदिर (ऐहोल), विरूपाक्ष मंदिर (पट्टडकल)
🏰 विजयनगर साम्राज्य: एक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य (1336–1646)
🏯 राजवंश
वंश | विवरण |
संगम | संस्थापक: हरिहर और बुक्का |
सलुवा | संगम वंश के बाद सत्ता में आए |
तुलुव | कृष्णदेवराय के शासन में साम्राज्य की चरम सीमा |
अराविडु | आंतरिक कलह और बाह्य आक्रमणों का दौर |
🗺️ भौगोलिक विस्तार
- रायचूर दोआब (तुंगभद्रा और कृष्णा नदी के बीच का क्षेत्र)
- ओडिशा के शासकों को परास्त किया (1514)
- बीजापुर के सुल्तान को हराया (1520)
⚔️ प्रशासनिक विशेषताएँ
- अमरा नायक व्यवस्था:
○ सैन्य अधिकारी जिन्हें भूमि दी जाती थी, वे कर संग्रह करते थे और सेना, मंदिर व सिंचाई का रखरखाव करते थे।
- आयगार व्यवस्था:
○ प्रत्येक गाँव में 12 कार्यकर्ता जिन्हें ‘आयगार’ कहा जाता था, नियुक्त होते थे; उनके पद वंशानुगत हो जाते थे।
🌾 भू–प्रशासन
- अमरम और भंडारवाद: अमर नायकों की ज़मीन
- मण्य: मंदिरों को दी गई कर मुक्त भूमि
- कनियालर: खेतों की देखभाल करने वाले कृषक वर्ग
🎨 वास्तुकला की अद्भुत कृतियाँ
- विरूपाक्ष मंदिर
- विट्ठल मंदिर परिसर (रथमंडप प्रसिद्ध)
- हज़ारा राम मंदिर
- हंपी स्मारक समूह (UNESCO World Heritage)
📚 साहित्यिक योगदान
- अमुक्तमाल्यद: कृष्णदेवराय द्वारा रचित राजनैतिक ग्रंथ (तेलुगु भाषा में)
- जांबवती कल्याणम्: संस्कृत नाटक
- अष्टदिग्गज: कृष्णदेवराय के दरबार के 8 महान विद्वान
📌 निष्कर्ष
विरूपाक्ष मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह द्रविड़ स्थापत्य, विजयनगर की समृद्धि, और भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। हालिया क्षति इस बात की याद दिलाती है कि ऐसी धरोहरों का संरक्षण हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है।
✅ 1. निम्न में से कौन–सा कथन विरूपाक्ष मंदिर के बारे में सही है?
A .यह मंदिर केवल चालुक्य काल में निर्मित हुआ था और विजयनगर काल में कोई विस्तार नहीं हुआ।
B.यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
- यह मंदिर द्रविड़ शैली में निर्मित है और इसमें गोपुरम, विमान तथा मंडप प्रमुख घटक हैं।
D .यह मंदिर तुंगभद्रा नदी के पूर्वी तट पर स्थित है।
✅ 2. निम्नलिखित में से कौन–सा युग्म सही सुमेलित नहीं है?
स्थल/मंदिर | शैली |
A.मोडेरा सूर्य मंदिर | नागर शैली |
B.विरूपाक्ष मंदिर, हंपी | द्रविड़ शैली |
C.लाड खान मंदिर, ऐहोल | वेसर शैली |
D.चिदंबरम मंदिर | बेसर शैली |
✅ 3. कथन आधारित प्रश्न:
कथन 1: विरूपाक्ष मंदिर का गोपुरम कृष्णदेव राय के शासनकाल में निर्मित हुआ था।
कथन 2: यह मंदिर पंचायतन शैली का एक प्रमुख उदाहरण है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए:
- केवल कथन 1 सही है
B. केवल कथन 2 सही है
C. दोनों सही हैं
D. दोनों गलत हैं
✅ 4. द्रविड़ मंदिर वास्तुकला के संदर्भ में निम्न में से कौन–सा एक कथन गलत है?
- गोपुरम मंदिर की सीमा पर स्थित भव्य प्रवेश द्वार होते हैं।
B. विमान हमेशा गोपुरम से ऊँचे होते हैं।
C. गर्भगृह मंदिर का सबसे प्राचीन भाग होता है।
D. मंदिर के परिसर में जलकुंड या सरोवर प्रायः पाए जाते हैं।
✅ 5. विरूपाक्ष मंदिर निम्नलिखित में से किन राजवंशों के संरक्षण में विकसित हुआ?
- चालुक्य
- पल्लव
- चोल
- विजयनगर
सही विकल्प चुनें:
- केवल 1 और 4
B. केवल 1, 3 और 4
C. 1, 2, 3 और 4
D. केवल 4
✅ 6. विजयनगर कालीन “अमरा–नायक” प्रणाली का उद्देश्य क्या था?
- मंदिरों की देखरेख
B. भूमि सुधार और कर वसूली
C. सेना को शाही नियंत्रण में लाना
D. ग्राम सभाओं के गठन को नियमित करना
✅ 7. कथन आधारित प्रश्न:
कथन 1: वेसर शैली में मंदिरों के चारों ओर परिक्रमा पथ (Ambulatory) होता है।
कथन 2: वेसर शैली, नागर और द्रविड़ शैलियों का मिश्रण है।
सही विकल्प चुनें:
- केवल कथन 1 सही है
B. केवल कथन 2 सही है
C. दोनों सही हैं
D. दोनों गलत हैं
✅ 8. “अष्टदिग्गज” शब्द किससे संबंधित है?
- विजयनगर सेना के आठ प्रमुख सेनानायक
B. कृष्णदेव राय के दरबार के आठ प्रमुख कवि
C. आठ प्रमुख मंदिर स्थापत्य शैली
D. आठ गोपुरम युक्त मंदिर
✅ 9. ‘अमुक्तमाल्यद‘ किस विषय से संबंधित है?
- धार्मिक अनुष्ठान
B. राजनीति और राज्य-व्यवस्था
C. स्थापत्य शास्त्र
D. संगीत और नृत्यशास्त्र
✅ 10. हंपी को UNESCO विश्व धरोहर स्थल घोषित किए जाने का मुख्य आधार क्या है?
- वहाँ प्राचीन बौद्ध मठ स्थित हैं
B. वहाँ सबसे बड़ा विष्णु मंदिर स्थित है
C. वहाँ एक समृद्ध और विशिष्ट मध्यकालीन नगरीय स्थापत्य संरक्षित है
D. वहाँ दुनिया का सबसे पुराना मंदिर स्थित है