माउंट किलाउआ (Mount Kilauea): हवाई का जीवित ज्वालामुखी
हाल ही में हवाई द्वीप (Hawai’i Island) के प्रसिद्ध किलाउआ ज्वालामुखी (Mount Kilauea) में पुनः ज्वालामुखीय उद्गार हुआ है। यह घटना वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और स्थानीय निवासियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि किलाउआ दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है।
हवाई द्वीप और इसकी विशेषता
-
हवाई द्वीपसमूह मध्य प्रशांत महासागर में स्थित है।
-
यह संयुक्त राज्य अमेरिका का एकमात्र ऐसा राज्य है, जो पूरी तरह से द्वीपों से बना है।
-
हवाई के द्वीप ज्वालामुखीय गतिविधियों के परिणामस्वरूप बने हैं और आज भी यहाँ सक्रिय ज्वालामुखियों की उपस्थिति इसे भूगोल और भूविज्ञान की दृष्टि से अद्वितीय बनाती है।
किलाउआ ज्वालामुखी: एक परिचय
-
किलाउआ हवाई द्वीप पर स्थित है और यह हवाई ज्वालामुखीय राष्ट्रीय उद्यान (Hawai’i Volcanoes National Park) का हिस्सा है।
-
यह दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है।
-
हालिया उद्गार हलेमाउमाउ क्रेटर (Halemaumau Crater) में देखा गया है।
हालिया उद्गार की मुख्य विशेषताएं
-
इस उद्गार से रुक-रुक कर लावा फाउंटेनिंग (episodic lava fountaining) हो रही है।
-
इस प्रकार की लावा गतिविधि इससे पहले 1983-86 के दौरान देखी गई थी।
-
उद्गार से निकलने वाला लावा आसपास के क्षेत्र में न केवल भूमि को बदलता है, बल्कि नए भू-आकृतियों का निर्माण भी करता है।
ज्वालामुखीय गैसें
किलाउआ से निकलने वाली गैसें पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर असर डाल सकती हैं। इनमें प्रमुख हैं:
-
जल वाष्प (H₂O)
-
कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
-
सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂) – यह गैस वातावरण में धुंध (vog) का निर्माण करती है, जो दृश्यता कम कर सकती है और श्वसन तंत्र को प्रभावित करती है।
किलाउआ का महत्व
-
वैज्ञानिक दृष्टि से:
-
यह ज्वालामुखी शोधकर्ताओं को पृथ्वी के आंतरिक भाग और ज्वालामुखीय प्रक्रियाओं को समझने का अवसर देता है।
-
यह वैश्विक स्तर पर भूविज्ञान और पर्यावरण विज्ञान के लिए एक “प्राकृतिक प्रयोगशाला” है।
-
-
सांस्कृतिक दृष्टि से:
-
हवाई की स्थानीय परंपराओं में किलाउआ का विशेष महत्व है। इसे देवी पеле (Pele) का निवास स्थान माना जाता है, जो ज्वालामुखी और अग्नि की देवी हैं।
-
-
पर्यटन दृष्टि से:
-
हर साल लाखों पर्यटक किलाउआ ज्वालामुखी और हवाई ज्वालामुखीय राष्ट्रीय उद्यान की भव्यता को देखने आते हैं।
-
निष्कर्ष
किलाउआ केवल एक ज्वालामुखी नहीं है, बल्कि यह प्राकृतिक शक्ति, सांस्कृतिक आस्था और वैज्ञानिक शोध का संगम है। हालिया उद्गार यह दर्शाता है कि पृथ्वी आज भी गतिशील और जीवित ग्रह है, जहाँ नई भूमि बन रही है और प्रकृति निरंतर स्वयं को गढ़ रही है।