1. नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने
- 18वीं लोकसभा के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की जीत के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र दामोदर दास मोदी ने 9 जून, 2024 को लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के पद की शपथ ग्रहण की।
- पंडित नेहरू के बाद नरेन्द्र मोदी देश के ऐसे दूसरे नेता है जिन्होंने लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। पहली बार 26 मई, 2014 और दूसरी बार 30 मई, 2019 में वे देश के प्रधानमंत्री बने थे।
- मोदी से पूर्व पं. जवाहर लाल नेहरू लगातार तीन कार्यकाल 1952, 1957 और 1962 के लिए देश के प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2024 में 18वीं लोकसभा के लिए हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत (240 सीट के साथ) से वंचित रही लेकिन उसके गठबंधन एनडीए ने 293 सीटें जीतकर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया।
- 9 जून, 2024 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शपथ ग्रहण करने के बाद मोदी स्वतंत्र भारत के 20वें प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में ‘नेबरहुड पॉलिसी’ और ‘सागर विजन’ के तहत पड़ोसी देशों के नेताओं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रम सिंघे, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीक, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ तथा नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ को आमंत्रित किया गया था।
- मोदी के नेतृत्व में गठित एनडीए की सरकार में – सहयोगी दलों में तेलगू देशम, जनता दल युनाइटेड, शिवसेना (शिंदेगुट), लोकजनशक्ति पार्टी (राम विलास), जनता दल सेक्यूलर, राष्ट्रीय लोकदल, हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा (हम), द रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया शामिल है। सहयोगी दलों के 11 मंत्रियों सहित मंत्रिमंडल में कुल मंत्रियों की संख्या 71 है। मोदी मंत्रिमंडल में 7 महिला मंत्रियों (2 कैबिनेट, 5 राज्यमंत्री) को जगह मिली है, 33 मंत्री ऐसे है जिन्हें पहलीबार मंत्री पद मिला है।
- मोदी 3.0 में 27 मंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग से, 10 मंत्री अनुसूचित जाति, 5 अनुसूचित जनजाति से और 5 अल्पसंख्यक समूह से है। इस सरकार में एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं है।
18वीं लोकसभा का चुनाव
- 18वीं लोक सभा के लिए 19 अप्रैल-1 जून, 2024 के बीच 7 चरणों में चुनाव आयोग द्वारा कराए गए चुनावों के बाद 4 जून, 2024 को मतगणना संपन्न हुई।
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी स्वयं 4.79 लाख मतों से 2019 में तथा 3.72 लाख मतों के अंतर से 2014 में वाराणसी में जीते थे, किन्तु इस बार उनकी विजय का अन्तर मात्र 1.53 लाख मतों का रहा। सरकार के 4 कैबिनेट मंत्रियों सहित कुल 18 मंत्री इस बार चुनाव में पराजित हुए हैं।
- 18वीं लोकसभा चुनावों में एनडीए और इंडिया की स्थिति इस प्रकार रही-
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सीटों की संख्या
- भारतीय जनता पार्टी 240
- तेलुगु देशम पार्टी 16
- जनता दल (यू) 12
भारतीय राष्ट्रीय विकासशील समावेशी गठबंधन (Indian National Development Inclusive Alliance-L.N.D.I.A.)
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – 99
- समाजवादी पार्टी – 37माकपा – 4ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस – 29द्रविड मुनेत्र कड़घम (DMK) – 22
- शिव सेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) – 9
2. 18वीं लोक सभा चुनावों से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
- सूरत निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के मुकेश दलाल 18वीं लोकसभा हेतु निर्विरोध निर्वाचित हुए। उत्तर प्रदेश में कौशाम्बी निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित समाजवादी पार्टी के पुष्पेन्द्र सरोज 18वीं लोक सभा में सबसे युवा सांसद हैं, उनकी आयु 25 वर्ष 3 माह है।
- भाजपा के शंकर लालवाणी इंदौर से रिकॉर्ड 11,75,092 मतों के अन्तर से जहाँ निर्वाचित हुए है वहीं उत्तर-पश्चिम मुम्बई से शिव सेना के टिकट पर निर्वाचित रवीन्द्र वायकर ने केवल 48 मतों के अन्तर से विजय इस चुनाव में दर्ज की है।
- 18वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित 543 सांसदों में 74 महिलाएं हैं, जबकि पिछली 17वीं लोक सभा में निर्वाचित महिला सांसदों की संख्या 78 थी। 74 महिला सांसदों में 30 भाजपा, 14 कांग्रेस, 4 सपा, 11 टीएमसी, द्रमुक की तीन, जद यू एवं लोजपा की दो-दो तथा अन्य एक-एक महिला लोकसभा सदस्य चुनी गई है।
- केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार (मध्य प्रदेश में टीकमगढ़ से निर्वाचित) 8वीं बार लोकसभा के लिए जहाँ निर्वाचित हुए हैं, वहीं केन्द्रीय मंत्री पकंज चौधरी 7वीं बार लोक सभा में पहुँचे हैं।
- मध्य प्रदेश में ‘नोटा’ (NOTA) के लिए 2,18,674 मत इंदौर निर्वाचन क्षेत्र में पड़े, जो इस मामले में एक रिकॉर्ड है। 18वीं लोकसभा का गठन 24 जून, 2024 को हुआ। भारतीय जनता पार्टी के उड़ीसा से सांसद भर्तृहरि महताव को 18वीं लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर चुना गया था।
- भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान कोटा से लोकसभा सांसद ओम बिरला को एक बार फिर 18वीं लोकसभा का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया, 17वीं लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ही थे। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम में विधानसभा चुनावों के बाद नई सरकार का गठन |
3. अरुणाचल में पेमा खांडू के नेतृत्व में नई सरकार का गठन
- अरुणाचल प्रदेश की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान एक चरण में 19 अप्रैल, 2024 को हुआ था। 82.95 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग इस चुनाव में किया। केवल 50 सीटों के लिए ही मतदान 19 अप्रैल को हुआ था।
4.सिक्किम में प्रेमसिंह तमांग के नेतृत्व में नई सरकार का गठन
- सिक्किम की 32 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 19 अप्रैल, 2024 को हुआ, 10वीं विधानसभा का कार्यकाल 2 जून, 2024 को समाप्त होना था, इसलिए 2 जून को ही मतगणना कराकर 11वीं विधानसभा का गठन कर दिया गया।
5.आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में नई सरकार का गठन
- आंध्र प्रदेश की 175 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 13 मई, 2024 को एक चरण में संपन्न हुआ। 4 जून को मतगणना के बाद विगत 5 वर्षों से सत्तारूढ़ वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को भारी पराजय का सामना करना पड़ा तथा 135 सीटों के साथ चन्द्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगुदेशम पार्टी (TDP) ने अकेले ही दो-तिहाई बहुमत इस चुनाव में प्राप्त किया है।
6.ओडिशा में मोहन चरण माझी के नेतृत्व में पहली बार बीजेपी की सरकार का गठन
- ओडिशा की 147 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 4 चरणों में (13,20 व 25 मई तथा 1 जून, 2024 को) कराया गया था।
7. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा
- बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अपनी दो दिवसीय यात्रा (21-22 जून, 2024) पर भारत आई, अपनी इस यात्रा से पहले 9 जून, 2024 को प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी वह शामिल हुई थी।
- भारत और बांग्लादेश ने राजशाही और कोलकाता के बीच नई ट्रेन सेवा और चटगांव तथा कोलकाता के बीच नई बस सेवा शुरू करने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बांग्लादेश से इलाज के लिए आने वाले लोगों के लिए भारत ई-मेडिकल वीजा सुविधा शुरू करेगा।
- बांग्लादेश के उत्तर-पश्चिम भाग के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए भारत ने रंगपुर में नया सहायक उच्चायोग खोलने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर दोनों देशों ने हरित साझेदारी के लिए साझा दृष्टिकोण को अंतिम रूप देने वाले दस्तावेज पर भी हस्ताक्षर किए।
भारत-बांग्लादेश ने डिजिटल साझेदारी के समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- समुद्री सहयोग और नीली अर्थव्यवस्था | अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और उपग्रह संचार में | मत्स्य पालन में सहयोग के लिए भी दोनों पक्षों में समझौता हुआ।
8.कोझिकोड भारत का पहला ‘यूनेस्को साहित्य शहर’ घोषित
- अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध उत्तरी केरल के कोझिकोड को 23 जून 2024 को आधिकारिक रूप से भारत का पहला यूनेस्को ‘साहित्य शहर’ घोषित किया गया।
- अक्टूबर, 2023 में कोझिकोड को यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN) की साहित्य श्रेणी में स्थान मिला था। ऐतिहासिक रूप से कोझिकोड को कालीकट के रूप में जाना जाता है।
- केरल के मालाबार तट पर स्थित कोझिकोड में 500 से अधिक पुस्तकालय, 70 प्रकाशन और एक सशक्त साहित्यिक शिक्षा आधार है जिस कारण इसे 2012 में ‘मूर्तियों के शहर’ का टैग मिला।
9.लोक परीक्षा (अनुचित साधन रोकथाम) अधिनियम, 2024 लागू
- केंद्र सरकार ने ‘लोक परीक्षा (अनुचित साधन रोकथाम ) अधिनियम 2024’ को लागू कर दिया है। इस संबंध में 21 जून, 2024 को अधिसूचना जारी की गई।
- यह कानून इसी फरवरी (6 फरवरी को लोक सभा और 9 फरवरी को राज्यसभा) में संसद में पारित हुआ था तथा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा 12 फरवरी को मंजूरी प्रदान की गई थी।
10.भुज का स्मृति वन भूकम्प स्मारक यूनस्को के खूबसूरत संग्राहलयों में शामिल
- कच्छ जिले में स्थित भुज के स्मृतिवन भूकंप स्मारक संग्रहालय को दुनिया के सात सबसे खूबसूरत संग्रहालयों की श्रेणी में यूनेस्को के प्रिक्स वर्सेल्स पुरस्कार में तीसरा स्थान प्रदान किया गया है।
- भुज के स्मृतिवन भूकंप संग्रहालय को चीन के चेंगदू में ए4 आर्ट म्यूजियम और मिस्र के गीजा में ग्रैंड इजिप्टियन म्यूजियम के बाद तीसरे स्थान पर रखा गया है।
- सूची में अन्य संग्रहालयों में जापान के हिरोशिमा का सिमोसे आर्ट म्यूजियम, नीदरलैंड के एपेलडॉर्न का पेलिस हेट लू, ओमान के मनाह का ओमान एक्रॉस एजेस म्यूजियम और पोलैंड के वारसा का पोलिश इतिहास संग्रहालय शामिल हैं।
11.भारत की सबसे बड़ी जलवायु घड़ी
- 23 अप्रैल, 2024 को वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (CSIR) ने पृथ्वी दिवस समारोह के एक भाग के रूप में रफी मार्ग, नई दिल्ली में CSIR मुख्यालय भवन में भारत की सबसे बड़ी जलवायु घड़ी स्थापित की है।
12. कश्मीर में विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल पर पूर्ण ट्रेन ट्रायल का सफल परीक्षण
- जम्मू-कश्मीर में कश्मीर घाटी को शेष भारत से रेललिंक द्वारा जोड़ने की दिशा में 20 जून, 2024 को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि भारतीय रेलवे ने हासिल की, इस दिन रेलवे ने संगलदान से रियासी तक लगभग 46 किलोमीटर के खंड पर मेमू ट्रेन का सफल परीक्षण किया।
- जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में बक्कल और कौरी के बीच स्थित यह पुल 1.3 किलोमीटर लम्बा और चिनाब नदी तल से 359 मीटर ऊपर स्थित है।