UPPCS Exam strategy

UPPCS Exam strategy
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यू.पी.पी.सी.एस. (प्रवर) परीक्षा की रणनीति

रणनीति की आवश्यकता क्यों?

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित परीक्षा में सफलता सुनिश्चित करने के लिए इसकी प्रकृति के अनुरूप उचित और गतिशील रणनीति बनानी जरूरी है। यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है: प्रारंभिक, मुख्य, और साक्षात्कार। प्रत्येक चरण में सफल होने के लिए उससे पहले के चरण में सफलता आवश्यक है। इसलिए, प्रत्येक चरण के लिए अलग-अलग रणनीति बनाना जरूरी है।

  • प्रारंभिक परीक्षा: यह वस्तुनिष्ठ (Objective) प्रकार की होती है और मुख्य परीक्षा के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करती है। प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के लिए तथ्यों और सामान्य ज्ञान का मजबूत आधार होना चाहिए।
  • मुख्य परीक्षा: यह वर्णनात्मक (Descriptive) होती है और उम्मीदवारों की गहन जानकारी, विश्लेषणात्मक क्षमता और लेखन कौशल की जांच करती है।
  • साक्षात्कार: यह उम्मीदवारों के व्यक्तित्व, ज्ञान और दृष्टिकोण का मूल्यांकन करता है।

प्रारंभिक परीक्षा की रणनीति

  1. पाठ्यक्रम का अध्ययन और प्राथमिकता निर्धारण: परीक्षा के पाठ्यक्रम का सूक्ष्म अवलोकन करें और वरीयता क्रम निर्धारित करें।
  2. पिछले प्रश्नपत्रों का विश्लेषण: पिछले 5-10 वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें और महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान दें।
  3. वैज्ञानिक दृष्टिकोण: तथ्यों को याद रखने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अध्ययन करें, जैसे कि भूगोल को नक्शे के साथ पढ़ें।
  4. नोट्स बनाना और नियमित अध्ययन: संक्षिप्त नोट्स बनाएं और नियमित अध्ययन करें।
  5. सामान्य अध्ययन की तैयारी: कक्षा 6 से 12 तक की एनसीईआरटी की पुस्तकों और दृष्टि पब्लिकेशन की मासिक पत्रिका ‘दृष्टि करेंट अफेयर्स टुडे’ का अध्ययन करें।
  6. समसामयिक घटनाओं की तैयारी: दैनिक अखबार और दृष्टि वेबसाइट पर उपलब्ध करेंट अफेयर्स का अध्ययन करें।
  7. सीसैट की तैयारी: सीसैट के लिए प्रैक्टिस सेट हल करें और आवश्यक पुस्तकें पढ़ें। सीसैट क्वालिफाइंग है, इसमें न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करना आवश्यक है।
  8. प्रैक्टिस और समय प्रबंधन: परीक्षा से 15-20 दिन पहले प्रैक्टिस पेपर्स और पिछले प्रश्नपत्रों को निर्धारित समय सीमा में हल करें।
  9. ऋणात्मक अंक: प्रश्नों के बारे में अनभिज्ञता हो तो उन्हें अनुत्तरित छोड़ दें।
  10. कट-ऑफ स्कोर का लक्ष्य: परीक्षा का सामान्यत: कट-ऑफ 110-120 अंक रहता है, इसके अनुसार अपना टारगेट स्कोर सेट करें।
  11. नियमित अध्ययन: दिनचर्या से 5-6 घंटे का समय अध्ययन के लिए निकालें और समसामयिक घटनाओं के लिए 1-2 घंटे का समय दें।

मुख्य परीक्षा की रणनीति

  1. वर्णनात्मक प्रश्नपत्र: मुख्य परीक्षा की तैयारी में अवधारणात्मक और विश्लेषणात्मक जानकारी को सुदृढ़ करें।
  2. समग्र रणनीति: सामान्य अध्ययन के सभी प्रश्नपत्रों के लिए गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता का विकास करें।
  3. हिंदी और निबंध: हिंदी के व्याकरण और निबंध की तैयारी करें। ‘वासुदेवनंदन प्रसाद’ और ‘हरदेव बाहरी’ की ‘सामान्य हिंदी एवं व्याकरण’ पुस्तक का अध्ययन करें। निबंध के लिए दृष्टि प्रकाशन की ‘निबंध-दृष्टि’ पुस्तक का अध्ययन करें।
  4. समय प्रबंधन: उत्तर लेखन में समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान दें।
  5. समसामयिक घटनाएँ: मासिक पत्रिका ‘दृष्टि उत्तर प्रदेश करेंट अफेयर्स’ का अध्ययन करें।
  6. टेस्ट सीरीज: परीक्षा पर आधारित कोई टेस्ट सीरीज जॉइन करें।

साक्षात्कार की रणनीति

  1. ज्ञान और दृष्टिकोण: बायोडाटा में दिए गए विषयों, सामान्य अध्ययन, अकादमिक पृष्ठभूमि, रुचियाँ, गृह राज्य और जनपद पर व्यापक जानकारी रखें। विवादास्पद मुद्दों पर संतुलित दृष्टिकोण रखें।
  2. अभिव्यक्ति कौशल: अपनी बातों को प्रभावशीलता के साथ प्रस्तुत करें। शब्दावली, उच्चारण, उतार-चढ़ाव, और शारीरिक अभिव्यक्तियों पर ध्यान दें।
  3. वेशभूषा: औपचारिक वेशभूषा पहनें। पुरुष उम्मीदवार पूरी बाँहों की औपचारिक कमीज़ और पैंट पहनें। महिला उम्मीदवार साड़ी या सूट पहनें।
  4. मॉक इंटरव्यू: मॉक इंटरव्यू के माध्यम से अभ्यास करें। दृष्टि संस्थान द्वारा आयोजित मॉक इंटरव्यू में भाग लें।

अंतिम क्षणों की रणनीति

  1. रिवीजन: परीक्षा से 4-5 दिन पहले कुछ भी नया न पढ़ें, बल्कि पहले पढ़े हुए का रिवीजन करें।
  2. मजबूत खंड: पहले उन खंडों के प्रश्न हल करें जिनमें आपकी पकड़ मजबूत हो।
  3. महत्वपूर्ण बिंदु: उत्तर देते समय महत्वपूर्ण बिंदुओं को रेखांकित करें।

सही रणनीति और निरंतर अभ्यास से UPPCS (प्रवर) परीक्षा में सफलता प्राप्त करना संभव है।