UPSC Mains 2025 Essay Paper – आधिकारिक प्रश्नपत्र, विश्लेषण और तैयारी रणनीति
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UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2025 का निबंध प्रश्नपत्र (Essay Paper) जारी हो चुका है। यह मुख्य परीक्षा का पहला प्रश्नपत्र होता है और 250 अंकों का भार वहन करता है। अंतिम मेरिट और सेवा आवंटन (Service Allocation) में इसकी भूमिका निर्णायक है। सही रणनीति अपनाकर यह पेपर एक उम्मीदवार के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
UPSC Mains 2025 Essay Paper – संपूर्ण विवरण
- कुल अंक: 250 अंक
- अवधि: 3 घंटे
- संरचना: 2 खंड (Section A और Section B)
- प्रत्येक खंड में विषय: 4-4 विषय
- कुल निबंध लिखने हैं: 2 (प्रत्येक खंड से 1)
- शब्द सीमा: 1000–1200 शब्द प्रति निबंध
- अंक विभाजन: 125 अंक प्रति निबंध
- परीक्षा तिथि: 22 अगस्त 2025, प्रातः 9:00 से 12:00 बजे तक
प्रश्नपत्र – UPSC Mains Essay 2025
खंड – A (Section A)
- सत्य को कोई रंग नहीं लगता है। (Truth knows no color)
- बिना लड़े ही दुश्मन को परास्त करना युद्ध की सर्वोच्च कला है। (The supreme art of war is to subdue the enemy without fighting)
- विचार एक दुनिया खोजता है और एक बनाता भी है। (Thought finds a world and creates one also)
- सबसे अच्छे सबक कड़वे अनुभवों से ही सीखे जाते हैं। (Best lessons are learnt through bitter experiences)
खंड – B (Section B)
- मैले पानी को अकेला छोड़ देने से ही उसे साफ़ किया जा सकता है। (Muddy water is best cleared by leaving it alone)
- वर्ष बहुत कुछ सिखाते हैं, जो दिन कभी नहीं जानते। (The years teach much which the days never know)
- जीवन को यात्रा के रूप में देखना सर्वोत्तम है, न कि गन्तव्य के रूप में। (It is best to see life as a journey, not as a destination)
- संतोष स्वाभाविक सम्पति है, विलासिता कृत्रिम निर्धनता है। (Contentment is natural wealth, luxury is artificial poverty)
निबंध प्रश्नपत्र का स्वरूप और प्रकृति
- UPSC का निबंध प्रश्नपत्र केवल तथ्यों पर नहीं बल्कि आलोचनात्मक सोच, स्पष्ट अभिव्यक्ति और प्रशासनिक दृष्टिकोण पर केंद्रित है।
- 2025 में भी UPSC ने दार्शनिक और नैतिक विषयों को प्राथमिकता दी।
- Section A: अमूर्त और दार्शनिक (Truth, Thought, War, Experience)।
- Section B: जीवन-दर्शन और नैतिकता (Patience, Time, Journey, Contentment)।
प्रत्येक निबंध विषय का विश्लेषण
खंड A
- सत्य को कोई रंग नहीं लगता है
- मुख्य विचार: सत्य सार्वभौमिक है, यह किसी जाति, धर्म, वर्ग या रंग से बंधा नहीं।
- आयाम: विज्ञान (सार्वभौमिक नियम), समाज (न्याय, समानता), राजनीति (पारदर्शिता), इतिहास (गांधी का सत्याग्रह, मार्टिन लूथर किंग जूनियर)।
- आधुनिक संदर्भ: फेक न्यूज, पोस्ट-ट्रुथ पॉलिटिक्स।
- बिना लड़े ही दुश्मन को परास्त करना युद्ध की सर्वोच्च कला है
- मुख्य विचार: शक्ति का सर्वोच्च रूप रणनीति और कूटनीति है।
- उदाहरण: कौटिल्य का अर्थशास्त्र, सुन त्ज़ु की “आर्ट ऑफ वॉर”, गांधीजी का अहिंसक आंदोलन।
- आधुनिक संदर्भ: साइबर स्ट्रेटजी, आर्थिक प्रतिबंध, भारत-चीन कूटनीति।
- विचार एक दुनिया खोजता है और एक बनाता भी है
- मुख्य विचार: विचारों से ही सभ्यताएँ निर्मित होती हैं।
- उदाहरण: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम (स्वराज का विचार), वैज्ञानिक खोजें (आइंस्टाइन), तकनीकी नवाचार (डिजिटल क्रांति)।
- सबसे अच्छे सबक कड़वे अनुभवों से ही सीखे जाते हैं
- मुख्य विचार: संघर्ष और असफलता ही सबसे बड़ी शिक्षक होती है।
- उदाहरण: महामंदी, कोविड-19 महामारी, युद्ध और उनके बाद की नीतिगत सुधार।
खंड B
- मैला पानी अकेला छोड़ देने से साफ हो जाता है
- मुख्य विचार: धैर्य और प्रकृति के आत्म-नियमन की शक्ति।
- उदाहरण: पर्यावरण पुनर्जीवन, अंतरराष्ट्रीय कूटनीति (वेट-एंड-वॉच स्ट्रेटजी)।
- वर्ष बहुत कुछ सिखाते हैं, जो दिन नहीं जानते
- मुख्य विचार: समय और अनुभव की शिक्षा तत्काल ज्ञान से गहरी होती है।
- उदाहरण: नीति निर्माण, पीढ़ीगत अंतर, संस्थागत स्मृति।
- जीवन यात्रा है, गन्तव्य नहीं
- मुख्य विचार: प्रक्रिया-केंद्रित दृष्टिकोण, निरंतरता और सीख।
- उदाहरण: भगवद्गीता का निष्काम कर्म, विकास एक सतत यात्रा है।
- संतोष स्वाभाविक सम्पत्ति है, विलासिता कृत्रिम निर्धनता है
- मुख्य विचार: संतोष ही वास्तविक संपत्ति है, असीम इच्छाएँ निर्धनता का कारण।
- उदाहरण: भारतीय दर्शन (अपरिग्रह), गांधीजी की सादगी, आधुनिक उपभोक्तावाद।
निबंध लिखने की रणनीति
1. प्रारंभ (Introduction)
- प्रेरक उद्धरण, घटना या कहानी से शुरुआत।
- विषय की परिभाषा और केंद्रीय विचार।
2. मुख्य भाग (Body)
- बहुआयामी विश्लेषण: दर्शन, समाज, राजनीति, अर्थशास्त्र, इतिहास, पर्यावरण।
- उदाहरण: गांधी, अम्बेडकर, नेल्सन मंडेला, वैश्विक संकट।
- समसामयिक संदर्भ: जलवायु परिवर्तन, डिजिटल क्रांति, भू-राजनीति।
3. प्रतिवाद (Counter-Arguments)
- विषय के अन्य पहलुओं को शामिल करें।
- एकपक्षीय दृष्टिकोण से बचें।
4. निष्कर्ष (Conclusion)
- सकारात्मक, समाधान-केंद्रित और भविष्य उन्मुख दृष्टिकोण।
- प्रशासनिक दृष्टि से प्रासंगिक संदेश।
अभ्यास रणनीति
- 90 मिनट प्रति निबंध का अभ्यास।
- विषय चयन में 3C फ़िल्टर: Content, Credibility, Confidence।
- Mind Mapping और 5W-1H तकनीक का प्रयोग।
- टॉपर कॉपी का अध्ययन और आत्म-मूल्यांकन।
सामान्य गलतियाँ जिनसे बचें
- विषय की मांग को गलत समझना।
- संरचना और संगठन का अभाव।
- केवल उपदेशात्मक शैली।
- समय प्रबंधन की कमी।
- प्रतिवाद न देना।
पिछले वर्षों के निबंध विषय प्रवृत्ति
- 2024: “There is no path to happiness; Happiness is the path”
- 2023: “Thinking is like a game, it does not begin unless there is an opposite team”
- 2022: “A ship in harbour is safe, but that is not what ship is for”
🔑 निष्कर्ष: UPSC लगातार दार्शनिक और अमूर्त विषयों को प्राथमिकता दे रहा है।
उच्च अंक पाने के गुण (Topper Copies से)
- आकर्षक और विचारोत्तेजक प्रारंभ।
- संतुलित दृष्टिकोण और प्रतिवाद।
- उद्धरण, ऐतिहासिक और समसामयिक उदाहरणों का प्रयोग।
- प्रवाहपूर्ण, स्पष्ट और सरल भाषा।
- आशावादी और समाधानमुखी निष्कर्ष।
निष्कर्ष
UPSC Mains Essay Paper 2025 एक उम्मीदवार के सोच की गहराई, आलोचनात्मक दृष्टिकोण और प्रशासनिक परिपक्वता का परीक्षण है। इसकी तैयारी केवल तथ्य याद करने से नहीं, बल्कि दार्शनिक चिंतन और बहुआयामी दृष्टिकोण से करनी चाहिए।
👉 नियमित अभ्यास करें, विषयों पर मानसिक मॉडल विकसित करें और निबंध को हमेशा संरचित, संतुलित और समाधानमुखी बनाएँ। यह पेपर आपकी रैंक सुधारने का वास्तविक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।